संदेश

2023 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं
या तो भाजपा राजनीति में अपरिपक्व है या कोई लम्बी चाल चली है राजनीति की रेस में।  पूर्ण बहुमत की मोदी सरकार के आने के बाद से ही कांग्रेस हिन्दु वोटरों से भयभीत हो चुकी थी। शायद उसे अनुमान नहीं था कि देश के हिन्दु एकजुट होकर मोदी सरकार को प्रचंड बहुमत दे देगा। कांग्रेस को लगा कि अगर यही हाल रहा तो शायद ही पार्टी की सत्ता में वापसी होगी। इसलिए कांग्रेस ने रणनीति तय की कि अब किसी तरह हिन्दुओं को तोड़ा जाए। इसी रणनीति के तहत कांग्रेस शतरंज की विसात बिछानी शुरू कर दी। पिछले चार सालों से अपने बिछाये विसात पर कांग्रेस लगातार मात खाती जा रही थी। कांग्रेस और भाजपा दोनों को पता है कि दलित और मुस्लिम वोट कभी भाजपा को नहीं मिलती है। इसी सोच के साथ कांग्रेस उन हिन्दुओं को तोड़ने में जूट गई जो भाजपा का कैडर वोट है और वो वोट है ओबीसी से आने वाले वैश्य समाज और सामान्य वर्ग से आने वाले राजपूत, ब्राह्मण, भुमिहार व कायस्त समाज। जरूरत थी सामान्य वर्ग को तोड़ा कैसे जाए। तब उसने कोर्ट में बैठे वामपंथी और कांग्रेसी जजों के माध्यम से तीस से गड़े मूर्दे को उखाड़ा और एससी एसटी कानुन में खामियाँ बताकर सं...