भारत में कई जाति और वर्ण के लोग निवास करते हैं और सबका अपना अपना इतिहास है.... चाहे अच्छी हो या बुरी।
मगर आजादी के बाद इस देश में सबसे ज्यादा अपमानित होने वाला जाति बनकर रह गया है #राजपूत।
आर्थिक, सामाजिक, संवैधानिक, ऐतिहासिक, राजनैतिक और मनोरंजन के माध्यमों के द्वारा लगातार राजपूतों पर हमला होता आ रहा है। फिल्म "रानी पद्मावती" कोई नई विवाद नहीं है। इसके पहले भी कई फिल्में बनी जिसमें राजपूतों और उसके इतिहास को तोड़ मरोर कर दिखाया गया जिससे राजपूत शर्मिंदा हो।
जब इतिहास और भी जातियों और मुसलमानों की भी है तो सिर्फ राजपूतों और उसके इतिहास पर ही उपहास उड़ाने वाली फिल्में क्यों बनती है।
कहीं न कहीं ये बहुत बड़ी साजिश है अपने ही देश में बाकि जातियों से अलग थलग करने और राजपूतों के आस्तित्व को समाप्त करने की। और इस साजिश का वो हिन्दू भी पुरी शिद्दत से मौन समर्थन कर रहे हैं जो दिनरात, सोते जागते हिन्दू, हिन्दुत्व और भगवे की माला जाप करते रहते हैं।
मगर आजादी के बाद इस देश में सबसे ज्यादा अपमानित होने वाला जाति बनकर रह गया है #राजपूत।
आर्थिक, सामाजिक, संवैधानिक, ऐतिहासिक, राजनैतिक और मनोरंजन के माध्यमों के द्वारा लगातार राजपूतों पर हमला होता आ रहा है। फिल्म "रानी पद्मावती" कोई नई विवाद नहीं है। इसके पहले भी कई फिल्में बनी जिसमें राजपूतों और उसके इतिहास को तोड़ मरोर कर दिखाया गया जिससे राजपूत शर्मिंदा हो।
जब इतिहास और भी जातियों और मुसलमानों की भी है तो सिर्फ राजपूतों और उसके इतिहास पर ही उपहास उड़ाने वाली फिल्में क्यों बनती है।
कहीं न कहीं ये बहुत बड़ी साजिश है अपने ही देश में बाकि जातियों से अलग थलग करने और राजपूतों के आस्तित्व को समाप्त करने की। और इस साजिश का वो हिन्दू भी पुरी शिद्दत से मौन समर्थन कर रहे हैं जो दिनरात, सोते जागते हिन्दू, हिन्दुत्व और भगवे की माला जाप करते रहते हैं।
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