श्री राम को मर्यादा पुरुषोत्तम क्यों कहते है ?
श्री राम को मर्यादा पुरुषोत्तम क्यों कहते है ?
नरेन्द्र मोदी हैंश्री राम को मर्यादा पुरुषोत्तम क्यों कहते है ? आज का राम.....
14 वर्ष के वनवास पर निकले श्री राम, लक्ष्मण और माता सीता, को "विश्वामित्र" प्रश्न पूछते है कि राजा दशरथ, अपनी 'विशाल सेना' देने को तैयार थे, परन्तु आपने उनमें से एक भी सैनिक लेने से मना कर दिया। न ही आपने रास्ते के लिए धन आभूषण लिए, न ही सेवा के लिए दास दासियाँ ली सिर्फ धनुष और तीर लेकर निकल पड़े!!
फिर हम असुरों से युद्ध कैसे जीतेंगे?? उनका संहार कैसे करेंगे??
इस पर "श्री राम" का सुन्दर सा उत्तर होता है कि मैं 14 वर्ष तक जहाँ भी जाऊंगा अपनी जनसेना बनाऊंगा। राजा दशरथ, की सेना दुसरे प्रकार की है और हम दुसरे प्रकार की सेना बनायेंगे।
राजा दशरथ की सेना में जितने भी सैनिक हैं, वो वेतन पर काम करते हैं। इसलिए उनकी स्वामी भक्ति या देशभक्ति उनके 'वेतन' से जुडी हुई है!
जब तक इनको समय पर वेतन मिलता रहेगा इनके मन में स्वामीभक्ति रहेगी! जिस दिन इनको वेतन मिलना बंद हुआ ये छिन्न भिन्न हो जायेंगे!!
इसलिए इस सेना में दम नहीं है!
इनकी ताकत से "असुर राज्य" का सफाया नहीं हो सकता। अगर असुरों का राजा आकर, इनको हमसे ज्यादा वेतन देने का लालच दे तो इनकी "भक्ति" उस असुर राजा के प्रति हो जाएगी!!!
इसलिए मुझे राजा दशरथ की इस सेना पर रत्तीभर भी विश्वास नहीं है!
अतः,
मैं जहाँ भी जाऊँगा वहां पर ऐसी "जनसेना" बनाऊंगा, जो अपने आत्मसम्मान, स्वाभिमान, अस्तित्व और देशभक्ति के लिए लड़ना पसंद करेंगे और इसके लिए वो अपनी जान भी देने को तैयार रहेंगे!!!
उस "जनसेना की शक्ति" राजा दशरथ की सेना की शक्ति की अपेक्षा कई गुना अधिक होगी।
नमो, की "साइबर सेना" (सोशल मीडिया समर्थक) को 'मोदी विरोधी' चाहे भक्त कहें या अंधभक्त!!
ये वो "बिना वेतन" के काम करने वाली सेना है, जो "नमो" को, "सनातन धर्म का रक्षक" मानते हुए उनके समर्थन में दिन रात अपने स्वाभिमान, आत्मसम्मान, अस्तित्व और देशभक्ति के लिए देश में असुरों से लड़ रही है!
इस सेना, को न ही पैसे का लालच देकर बिखेरा जा सकता है और न ही दुष्प्रचार करके "नमो के विरुद्घ' भड़काया जा सकता है।
नमो की यह "साइबर सेना" उन विपक्षियों की वेतन पर काम करने वाली "साइबर सेना" से, कई गुनी ज्यादा मजबूत और शक्तिशाली है!
इसलिए "कांग्रेस" चाहे विश्व की कितनी ही बड़ी एजेंसी से किसी भी हालत में 2019 का चुनाव जीतने के लिए सुपारी दे दे। वो कभी सफल नहीं हो पायेगी!
नरेन्द्र मोदी हैंश्री राम को मर्यादा पुरुषोत्तम क्यों कहते है ? आज का राम.....
14 वर्ष के वनवास पर निकले श्री राम, लक्ष्मण और माता सीता, को "विश्वामित्र" प्रश्न पूछते है कि राजा दशरथ, अपनी 'विशाल सेना' देने को तैयार थे, परन्तु आपने उनमें से एक भी सैनिक लेने से मना कर दिया। न ही आपने रास्ते के लिए धन आभूषण लिए, न ही सेवा के लिए दास दासियाँ ली सिर्फ धनुष और तीर लेकर निकल पड़े!!
फिर हम असुरों से युद्ध कैसे जीतेंगे?? उनका संहार कैसे करेंगे??
इस पर "श्री राम" का सुन्दर सा उत्तर होता है कि मैं 14 वर्ष तक जहाँ भी जाऊंगा अपनी जनसेना बनाऊंगा। राजा दशरथ, की सेना दुसरे प्रकार की है और हम दुसरे प्रकार की सेना बनायेंगे।
राजा दशरथ की सेना में जितने भी सैनिक हैं, वो वेतन पर काम करते हैं। इसलिए उनकी स्वामी भक्ति या देशभक्ति उनके 'वेतन' से जुडी हुई है!
जब तक इनको समय पर वेतन मिलता रहेगा इनके मन में स्वामीभक्ति रहेगी! जिस दिन इनको वेतन मिलना बंद हुआ ये छिन्न भिन्न हो जायेंगे!!
इसलिए इस सेना में दम नहीं है!
इनकी ताकत से "असुर राज्य" का सफाया नहीं हो सकता। अगर असुरों का राजा आकर, इनको हमसे ज्यादा वेतन देने का लालच दे तो इनकी "भक्ति" उस असुर राजा के प्रति हो जाएगी!!!
इसलिए मुझे राजा दशरथ की इस सेना पर रत्तीभर भी विश्वास नहीं है!
अतः,
मैं जहाँ भी जाऊँगा वहां पर ऐसी "जनसेना" बनाऊंगा, जो अपने आत्मसम्मान, स्वाभिमान, अस्तित्व और देशभक्ति के लिए लड़ना पसंद करेंगे और इसके लिए वो अपनी जान भी देने को तैयार रहेंगे!!!
उस "जनसेना की शक्ति" राजा दशरथ की सेना की शक्ति की अपेक्षा कई गुना अधिक होगी।
नमो, की "साइबर सेना" (सोशल मीडिया समर्थक) को 'मोदी विरोधी' चाहे भक्त कहें या अंधभक्त!!
ये वो "बिना वेतन" के काम करने वाली सेना है, जो "नमो" को, "सनातन धर्म का रक्षक" मानते हुए उनके समर्थन में दिन रात अपने स्वाभिमान, आत्मसम्मान, अस्तित्व और देशभक्ति के लिए देश में असुरों से लड़ रही है!
इस सेना, को न ही पैसे का लालच देकर बिखेरा जा सकता है और न ही दुष्प्रचार करके "नमो के विरुद्घ' भड़काया जा सकता है।
नमो की यह "साइबर सेना" उन विपक्षियों की वेतन पर काम करने वाली "साइबर सेना" से, कई गुनी ज्यादा मजबूत और शक्तिशाली है!
इसलिए "कांग्रेस" चाहे विश्व की कितनी ही बड़ी एजेंसी से किसी भी हालत में 2019 का चुनाव जीतने के लिए सुपारी दे दे। वो कभी सफल नहीं हो पायेगी!
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